एक रोज उसका दीदार करा दे, सांसों को रखा हुआ है थामकर, एक बार तो आंखें चार करा दे। उसकी महक के सहारे जी रहा हूं जिंदगी, इस भटकी कश्ती को भी पार लगा दे। रंग उसका जैसे क़यामत है, एक बार ऐसी क़यामत ही ला दे। मैं याद करता रहता हूं उसे, हर एक लम्हा, आवारगी पर नहीं, तो बेचारगी में ही करा दे। उसकी पाजेब की खनक ने, दीवाना कर दिया है मुझे, मंदिर, मस्जिद में नहीं तो सरे बाज़ार ही करा दे, बस एक बार उसका दीदार करा दे। ज़िन्दगी सुन... #ज़िन्दगीसुन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi