अफ़साना तुझसे मेरी इश़्क की ख़ुशबू अब तो हवाओं में भी फैल गई बिखेर रही है वो मेरी मोहब्बत को ख़िज़ा में भी बहार आने लगी है हर तरफ होंगे अब तो तेरे मेरे ही "अफ़साने" कितना ही बदनाम करे ये ज़माना हमने तो रुसवाइयों से दोस्ती कर ली है "अधूरी मोहब्बत के अफ़साने ही किताबों में लिखे जाते हैं ज़माना उनको ही इतिहास में पढ़ता है" #Afsana #अफ़साने #nojoto #story #nojotohindi #writersofnojoto #hindi #hindiwriters #shayri #poem #hindipoetry #poetry