#जिन्द़गी की यहीं रित हैं.... तु जिन्द़गी को जी भरकर जी उसे समझने की कोशिश न कर सुन्दर सपनों के ताने बाने बुन उसमें उलझने की कोशिश न कर चलते वक़्त के साथ तु भी चल उसमें सिमटने की कोशिश न कर अपने हाथो को फैला और खुलकर सांस ले अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर मन में चल रहे हर युद्ध को विराम दे खामखांह खुद से लड़ने की कोशिश न कर कुछ बातें भगवान पर छोड़ दे सब कुछ ख़ुद सुलझाने की कोशिश न कर जो मिल गया उसी में ख़ुश रह जो सुकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा मंज़िल पर जल्दी पहुँचने की कोशिश न कर.... @शब्दभेदी किशोर ©शब्दवेडा किशोर #जिन्दगी_की_किताब