रोज़ रोज़ मिटते है, फिर भी ख़ाक न हुए क्योकि तुम किसी ओर के हो गए हो ओर हम आज तक किसी ओर के हो न सके। (ज़िन्दगी अब यादो के सहारे बीती है।) ab kisi or ko apni zindagi nhi bna sakta #shayar #devrohtakiya #kukuharyanvi #sadshayri #rohtak #nojotoshayri