Story of Sanjay Sinha
मेरे परिचित ने परसों देर रात फोन किया कि संजय जी, प्लीज़ मेरी मदद कीजिए। अब कोई इतनी रात मदद के लिए फोन करेगा, तो घबराटह तो हो ही जाएगी। मैंने एकदम हड़बड़ाते हुए पूछा कि क्या हुआ? मेरे परिचित ने रूंधे गले से कहा कि उनकी बिटिया 11वीं कक्षा में पास नहीं हो पाई है और अब स्कूल वाले उसका नाम काट रहे हैं।
इतना सुनने के बाद मैं थोड़ा संयत हुआ। मेरी घबराहट थोड़ी कम हुई। मैंने खुद पर नियंत्रण रखते हुए पूछा, अरे, ये कैसे हुआ? स्कूल वाले बच्ची का नाम क्यों काट रहे हैं? परिचित ने कहा कि उसका रिज़ल्ट थोड़ा खराब हो गया है और अब स्कूल वालों को तो आप जानते ही हैं, स्कूल का रिज़ल्ट न खराब हो, इसलिए बच्ची को ही स्कूल से बाहर कर रहे हैं।
मैंने उनसे पूछा कि आप मुझसे क्या चाह रहे हैं? #News