इत्तेफ़ाक ए इश्क़ पार्ट वन love story read in caption मै सोसाइटी के ग्राउंड में छोटे बच्चो के साथ खेल रहा था तभी सोसाइटी में एक लडकी को देखा जो मेरे सामने वाले फ्लोर पर जा रही थी खूबसूरत चेहरा गोरा रंग नीली आंखे गजब की खूबसरत लग रही थी पर आंखे कुछ उदास थी चेहरा भी उदास था वो घर के अंदर चली गई.. मै अपने बालकनी में से उसके घर के तरफ देख रहा था मम्मी क्या हमारे सोसायटी में कोई रहने आया है मैने पूछा...हा मिश्रा जी आए है अपनी दो बेटियों और एक बेटे के साथ, मैने कहा मम्मी उसकी वाइफ कहा है मैने पूछा उनकी वाइफ नहीं है मम्मी ने बताया ,उफ्फ मै शोक्ड होकर बोला ,आहान अब कोई सवाल नही मम्मी बोली, मिश्रा अंकल को हमारे सोसाइटी में आए हुए 1 महीना हो चुका था मिश्रा जी कॉलेज के प्रोफेसर थे अपने असुलो के पक्के बहुत स्ट्रिक , बड़ी बेटी जो पीएचडी कर रही थी नाम था आरती और उसके बाद रोहन जो MA फाइनल ईयर में था, सबसे छोटी वो नीली आंखों वाली खुशी थी जो अभी BA फर्स्ट ईयर में थी आज तक मैने कभी उसको हसंते नहीं देखा था , ना किसी से बात करते हुए ... एक बार बात करने की कोशिश की थी तो वो मूझपर ही गुस्सा हो गई थी