मेरे वतन की मिट्टी (Read in Caption) अतिथि देवो भव:मेहमानों को भगवान बुलाते हैं ऐसा संस्कार जो देती है,वो है मेरे वतन की मिट्टी उसका एक नायाब हमें आती है चिट्ठी जिसे रास आती है मेरे वतन की मिट्टी तुम बात करते हो लंदन, जापान की कहीं नही है ऐसा,जैसा है मेरे वतन की मिट्टी