कहा तुमने कि गहरे होते हैं रिश्ते जो अपनेपन का शोर नहीं मचाते वो पर है यह भी सच कि रिश्ते होते हैं गहरे जो उनमें आता ना यूं घमंड है ना आती हैं यह बेदर्द चुबती खामोशियां। पर तुम्हें ना होगा इस बात का एहसास तो सोच रहे हैं कि खुद ही छोड़ दे यह आस और होजाएं दूर हम इतने तुमसे कि मिल ना पाओ जिंदगी भर हमसे आवाज़ भी ना सुनो दोबारा कभी उम्र लगे मेरी तुम्हे और मर जाएं हम आज ही। #just_a_कविता #खयाल_कलम_ke