खामोश यादें चिल्लाती बहुत हैं,,जो बिछड़ गयी मेरी जान,याद उसकी रुलाती बहुत है. फूल क्या जाने कली से निकले कांटे की चुबन,,ये ज़िन्दा ज़िन्दगी बिछड़े यार के लिए तड़पाती बहुत है। #2linner#2liner#nojotonews#nojotohindi#hindishayari#punjabishayari#urdushayari खामोश यादें✍️6.1aman💥💥 kaur B 😊😊 Poetry_girl_020