प्रिय कलम, उम्मीद करता हूँ, तुम आज भी बेखौफ, निडर हो वैसी ही जैसी तुम्हारी उत्पति हुई थी! तुमने कभी ना झुकना सीखा, ना रुकना, सीखा तो बस निरन्तर चलना..! सखी इस पत्र में तुम से कुछ सवाल करना चाहता हूँ और उम्मीद करता हूँ तुम इसका उत्तर अवश्य दोगी - क्या फर्क़ है जब एक लेखक तुम्हें छूता है और जब एक प्रेम करने वाला? - एक बच्चा जब पहली बार छूता है, कैसा मेहसूस करती हो तुम? - जब कोई ख़राब होने पर तुम्हें कचरे में फेंक देता है? तुम्हारे जवाबों का इंतजार रहेगा! तुम्हारा मित्र जय मित्र कलम, सवाल तो और भी बहुत है पर मैं इसे एक ही ख़त में ख़त्म नहीं करना चाहता, चाहता हूँ हमारी वार्तालाप आगे भी जारी रहे..! मैं तुम्हें ख़त लिखता रहूँगा..! #kumaarsthought #yqletter #yqlewrimo #Kumaarletter #kumaarjuneletter #pen #कलम YourQuote Postman #सवालजवाब Part1