ये दूरियाँ, क्यूँ आती हैं दो दिलों के दरम्याँ ये दूरियाँ दिल नासमझ है नादान है पाल लेता अक्सर अरमान है अरमानों को क्यूँ बना देती है गलतियाँ ये दूरियाँ क्यूँ आती हैं दो दिलों के दरम्याँ ये दूरियाँ सोचा ना प्यार का होगा ये अंजाम मिला दर्द है दिल्लगी का ईनाम उजाड़ ही तो देती हैं आशिकों का जहाँ ये दूरियाँ क्यूँ आती हैं दो दिलों के दरम्याँ ये दूरियाँ...