अहसास के पन्नो पर मैंने तुमको सबकुछ समझा,हर बात तुम्हारी मैंने मानी...फिर भी तुम कहती हो ख़ुद को बदलो..। इन सूनी गलियों में एक राज तुम्हारा चलता है...और मैं एक दीवाना तेरा पागल-पागल फिरता है...फिर भी तुम कहती हो ख़ुद को बदलो....।।। #खुद_को_बदलो....