जिंदगी से वादा मैं निभाता चला गया ... कुछ याद रह गया , कुछ भुलाता चला गया । कुछ अपने थे , कुछ पराये थे और थे कुछ बेगाने से मैं भूलने की जुल्म ढाता चला गया । जिंदगी कर्ज में डूबा देती है सबको , और मैं उन्हें पानियों की तरह बहाता चला गया । वादा निभाता चला गया #Nojoto #AnwerPoetry #ThankYouNojoto