बड़ी नादान है वो पगली रिश्तों के इस भीड़ में और क्या-क्या खोएगी, गले मिलकर जो रोती है इतना, बिछड़कर और कितना रोएगी।✍🏻 ©Bhushan Sahu #Nandan #eveningtea