एक ईद ऐसी भी, कि सलमा श्याम से पूछे ईदी में मेरे भाई चलो नफ़रत मिटाते हैं आज़ानों को रंगते हैं आरती के रंग तुलसी के बाड़े में किबला बिठाते हैं एक ईद ऐसी भी, कि सलमा श्याम से पूछे ईदी में मेरे भाई चलो नफ़रत मिटाते काशी तेरा हज़ हो, काबा मेरा तीरथ तवाफ़ चलो हिन्द के ज़ानिब निभाते हैं एक ईद ऐसी भी, कि सलमा श्याम से पूछे ईदी में मेरे भाई चलो नफ़रत मिटाते तेरे आँगन में हो सहर मेरे आँगन में बीते शाम कि तेरा इष्ट हो अल्लाह, कि मेरा भी हो ख़ुदा राम निज़ाम इंसा के अदब का मिलकर जताते हैं एक ईद ऐसी भी, कि सलमा श्याम से पूछे ईदी में मेरे भाई चलो नफ़रत मिटाते एक ऐसी ईद #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #hanmainhidostan #eyeforindia #हाँ_मैं_हिन्दोस्तां