एक ज़िन्दगी आज फिर तेरी याद आई आँखों की नमी को किनारों तक लाई माँ तू कितनी अनोखी बनाई ख़ुदा को जब अपनी माँ याद आई पूरी क़ायनात में तेरी ममता ही सर्वोपरि बताई #पुलकी