प्यार और फ़रेब है अगर प्यार तो फिर फ़रेब का क्या काम है है अगर फरेब है तो प्यार में क्या इंतजाम है प्यार और फरेब दोनो पहलू हैं जिंदगी के ये खुद तय करो कि तुमसे क्या नाकाम है जिसने जो सीखा वही तो सब में बाट दिया कोई तो नावाकिफ नही फरेब का क्या अंजाम है जिसको मिले देखे भाले फूलो की तरह प्यार तो जिंदगी का ही सबसे बड़ा इनाम है आमिल Hai agar pyaar too fir faraib ka kya kaam Hai agar faraib to pyaar mai kya intezaam hai Pyaar oor faraib dono pehlu hain zindgi ke Ye khud taiy kro ki tumse kya naqaam hai Jisne jo sikha wahi to sab main baat diya Koi to nawaqif nhi faraib ka kya anjaam hai