*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“15/5/2021”*📚 🖋️ *“शनिवार”*🖊️ आप कभी देखिए “गाय” के “बछड़े” को कि कैसे वो अपने “माता का दूध” पीता है “सुखी” रहता है कि उसे “ज्ञात” है कि उसकी “माता” ये “दूध रूपी अमृत” उसे पिला कर रहेगी, उसे ज्ञात है कि ये “समय” केवल उसके लिए है, ठीक “मां” भी अपनी “संतान” के लिए “मातृत्व” और “समर्पण” सदैव दिखाती है, ठीक उसी प्रकार ये “जीवन” है... ये “जीवन” “प्रेम” ही तो है, इतना छोटा सा “जीवन” “प्रेम” करने के लिए कम पड़ जाता है, “घृणा” करके “समय व्यर्थ” क्यो करना, मैं भी यहीं करता हूं आप भी यहीं किजिए, “प्रेम” कीजिए और “प्रेम” सब में बांटे, जीवन “सुखी” एवं “आनंदित” रहेगा, *🖋️अतुल शर्मा📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“15/5/2021”*📚 🖋️ *“शनिवार”*🖊️ #“गाय” #“बछड़ा”