#नारी... रस्मो-रिवाजो ने उसे बांधा कसमो ने उसे जकडा हर बात पर रोका हर बात पर ठोका लाल रंग और कच्चे धागे पर सपने हुए कुरबान हर शक्श ने बुरी नजरों से वार किया जिस्म उसका हो जेसे मासं का टुकडा इंसानियत के दुश्मन भेड़ियों ने उसे नोचा समाज ने दिया तोहफा कलंकी का नेह के नातो ने मुंह फेरा इतने आरोपो के साथ उसे जीना गवारा ना हुआ खत्म हुई जिंदगानी इक कोमल पुष्प कली की| कृष्ण"दिया" जितना जाना देखा उतनी उसकी व्यथा को लफ्जों मे बया करने का प्रयास किया है रस्मो-रिवाजो ने उसे बांधा कसमो ने उसे जकडा हर बात पर रोका हर बात पर ठोका लाल रंग और कच्चे धागे पर सपने कुर्बान हुए हर शक्श ने बुरी नजरों से वार किया इंसानियत के दुश्मन भेड़ियों ने उसे नोचा समाज ने दिया तोहफा कलंकी का नेह के नातो ने मुंह फेरा