जो भी आया अयादत* को हमारी सब से गले मिलकर फ़ूट-फ़ूट कर रोये हम। हम ने मगर किसी अहल-ए-मोहब्बत से तेरा शिक़वा नहीं किया शिकायत नहीं की। ~हिलाल हथरवी . ©Hilal Hathravi #5LinePoetry #ayadat