इस समय की धार में कितने भंवर हैं डूबता मन चांद मेरा इससे बेखबर है बोल हैं गीले लबों पे लब लहर हैं और इस पर चांदनी ही ख़ुद कहर है दिलों में पसरा अंधेरा घुप्प चुप-चुप महफ़िलों की रोशनी भी बेअसर है #toyou #yqlove #yqmoon #yqnights #yqnature #yqlife #darkandbright #yqskies