चाहता हूँ सोच कर कुछ पल सो जाना चाहता हूं, ख्वाबों में ही सही थोड़ा जी जाना चाहता हूं। हर बात को अपने दिल पर क्यों ले लेते हो, इस बेदर्द दुनिया में तुम्हें थोड़ा हंसाना चाहता हूं । मुकद्दर तो नहीं जीवन बनना चाहता हूं, तुम्हारे काम आए वो समय बनना चाहता हूं। कसमें वादो सा टूटना नही चाहता हूं, साथ जीवन भर रहे वह प्रतिबंध बनना चाहता हूं। ©Anil Sharma चाहता हूँ...#poetry #my_love #chahtahoon #nojoto #my_feelings #MySun