एक चेहरे पे कई चेहरे लगते हैं लोग, बेवज़ह बातों को कितना छुपाते हैं लोग, जो उनको उनसे भी ज़्यादा जनता है, उसको भी बेइंतेहा आज़माते हैं लोग, मिलेगा इस बार तो पूछेंगे उनसे, क्या दुनिया बदले तो बदल जाते हैं लोग!? मंज़िल तक सफ़र में चलने के वादे किये थे, क्या राहों में यूं ही छोड़ जाते हैं लोग, ©Vivek Sharma Bhardwaj #safar #Log #chehre #Chhupana #mask