तेरे गम के सहारे मैं बैठा हर शाम तुझे याद करता हूं खुदा सुनता नहीं है मेरी फिर भी ये फरियाद करता हूं गर वापस जो तू आए तो ये ले जाना क्या है तेरा कुछ मेरे अंदर बाकी जो तेरे दिए दर्दों में तुझसे मुलाकात करता हूं कुछ तो है मेरे अंदर तेरा बाकी नयनसी परमार #nozo