पिता की इज्जत माँ की अमानत हो तुम तुम से हैं जमाना खुशियो का खजाना हो तुम ना जाने कब तक होता रहेगा ज़ुल्म तुम पर खुदा जाने कितनी सब्र दार हो तुम. ©🖋🖋🖋K.d.sharma 3204 #pyaari_bitiya