मेरे अपने देशवासियों।। आज भारत के स्वतंत्रता दिवस पर भारत की बेटी का भारत माता के पावन चरणों में सादर नमन और सभी भाई बहनों को हार्दिक बधाई।। भारत विश्व का एक ऐसा अकेला देश है जहाँ हमें अनेकता में एकता देखने को मिलती है।। मैं भुमिका बनाने में समय व्यर्थ ना करते हुए अपने उद्देश्य को स्पष्ट करने चाहुंगी।। मेरा ये सम्बोधन भारत के प्रत्येक नागरिक को है क्योंकि हम आम नागरिकों से ही परिवार, मुहल्ले, गाँव, शहर, जिले, राज्य और वस्तुतः हमारा प्यारा भारतवर्ष बना है।। यह कह देना कि सारा दायित्व सिर्फ सरकार का या सीमा पे मौजूद हमारे जवान भाईयों का है ये इंसाफ नहीं है। हम देश के वासी है और सत्य तो यह है कि हमारा प्यारा भारत अभी भी पूर्णतः आजाद नहीं है।। हम आपसी वैमनस्य, जातिवाद, बेरोजगारी, हिंसा जैसी भयानक बेड़ियों में फंसे हुए है।। शरीर का कोई एक अंग रोगग्रस्त हो तो, परिवार का कोई एक सदस्य मुश्किल में हो तो भला बाकी सदस्य कैसे खुशहाल रह सकते है।। हम एक स्वस्थ एवं मजबूत भारत का निर्माण तब ही कर सकते है जब की प्रत्येक नागरिक आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, शैक्षिक तौर पर मजबूत हो।। इसके लिए विचारणीय उपाय है।। प्रत्येक नागरिक को अपने देश के प्रति जागरूक होना चाहिए। आपको खुद का निर्माण करने के लिए प्रयत्नशील होना चाहिए। देश का निर्माण स्वत: निश्चित हो जाएगा।। आपसी प्रेम को बनाये रखे, जातिवाद से ऊपर उठे। मानववाद अपनाये।। सभी धर्मों का सम्मान करे ।। कम से कम एक बच्चे की शिक्षा का भार उठाये। अपने खाली वक्त में नि:शुल्क शिक्षा दे।। अपने कार्य क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करे।। अनुशासन को मूल मंत्र बनाये। अपनी मिट्टी से प्रेम करे। स्मरण रहे देश प्रेम सभी प्रेमों से ऊंचा है। मानव धर्म सब धर्मों में श्रेष्ठ है।। भारत माता को इस स्वतंत्रता दिवस पर इन बिमारियों से मुक्त कराये। आइये अपने भारत का निर्माण करे।। जय हिंद जय भारत मुझे गर्व है मैं भारतीय हूँ। मुझे गर्व है मैं भारतीय हूँ। जय हिंद जय भारत।।। आपका देश है आप भी देश के लिए जो हो सके करे।।