कोई फ़र्क नहीं पड़ता तू क्या बोले क्या ना बोले, फ़र्क यही है मुझमें, तुझमें-मुझमें फ़र्क बनाया है तू अब भी मुझपर हँसता है, मैं हँस करके सह जाता हूं बस तेरी इस औकात को मैंने, लिखकर के समझाया है तुम मानो ना मानो तानों की ईंटें तुमने मारी हैं, पर तानों की उन ईंटों से गीतों का महल बनाया है। मुझको लिखना ना आता है मैं तो सच को दिखलाता हूं, बस कुछ तानों को लिखकर के कुछ कानों तक पहुंचाया है। Nishant Pandit ©STRK Taunts...😊💕 #TauntShayari #ताने #Love #Poetry #Thoughts