...कुछ ऐसे ही नजीर में मन,कविता करता है। हर बहते पानी के साथ एक ग्लानि सा मेरे अंदर बहता है , और हर बहता बूँद पानी का मुझसे कुछ कहता है । #कशमकश #जलहीजीवनहै #जलहैतोकलहै