ऐसी हो जैसे लहरों और सागर की, जैसे माटी और गागर की । जैसे दीया और बाती की, जैसे थाल और आरती की। जैसे धरती और बहारों की, जैसे इंडिया और त्योहारों की, जैसे चाँद और तारों की.. 🎀 Challenge-283 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 Happy Friendship Day 🎀 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।