मेरे मन के ईश तू बता कहां गलत हुआ में, तेरे ही कदमों के छाव पर चलता हुआ में, रख दया प्रेम की उम्मीद तू सबसे, पर बता क्या मिला मुझे चुप रहने से। तू चढ़ गया सुली पे बेकसूर मरने को, पर जमाना नहीं छोड़ता शांत रहने को, तू प्रेम की बात कहता और करवाता सबसे, नफ़रत के बदले क्या मिला चुप रहने से। तूने संघर्ष किया तो नाम इतिहास में दर्ज हुआ, पर मेरा मन तो आज तक किसी ने नहीं छुआ, लोग शिकायतें करते है मेरी मुझसे, चोट सहने के बाद बता क्या मिला चुप रहने से। आज शांति से चलने वाले डरपोक कहलाते है, हर एक हाथों कि वो कठपुतली बन जाते है, हमारे अभिज्ञान का इम्तेहान लिया जाता है, हमारा ही नफा इनके माध्यम से किया जाता है, मैं आज भी देता हूं अपने जंजीरों को दुआ दिल से, एक सुकून सा मिलता है चुप रहने से। चुप रहने से बात बिगड़ जाती है... Collab करें YQ Didi के साथ। #चुपरहनेसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine