● शहीदी दिवस ● दुनिया ने चलाई कलम भगत, राज और सुख पर अख़बार भरे, डायरियाँ भरीं, भरे पन्ने और किताब लेकिन अनंत प्रयासों के बाद भी मेरी चल न सकी आख़िर क्या लिखती मैं? शहीदी, आज़ादी, इन्क़िलाब? न साहस, न जिगरा कुछ भी तो नहीं मुझमें उन जैसा जो बैठ एकांत में कल लगाया मैंने कुल हिसाब न देश बचाने का लालच, न मोह मातृभूमि से, न ही नफ़रत उतनी देश विरोधी ताकतों से मेरी न ही ताक़त भी मेरी जो लड़ जाऊँ उनसे करूँ माता भारत को मुक्त इन बेड़ियों से जनाब बस हैं तो वही सेना की ट्रेनिंग और मुट्ठी भर पढ़ाई वाले ख़िताब..! #Nojoto #MartyrsDay #BalidaanDivas #BhagatSingh #Rajguru #Sukhdev #Love #BharatMata #Motherland #Maa #Patriotism #Poetry #PatrioticPoetry #Bharat #Truth #Radicals