कहते है की प्यार ओर दोस्ती मैं क्या फरक होता hai तो मै हस के बोला प्यार main लड़की दोखा deti है तो अकेला दिल ही रोता hai लेकिन दोस्ती main कोई दोस्त bhi दोखा दे तो दिल तो तोड़ा ही खून भी खोलने लगता hai प्यार main माफ़ी ओर दोस्ती main दोखा insaan का भरोसा ओर यकीन तो तोड़ते ही hai उसे किसी काबिल bhi नहीं शोड़ते