राज़ हैं कितने छुपाए खुद में, ना जाने कब होंगे बयां। नज़रों को पढ़ना आता है, ऐसा सुना था हमने। मगर वो नज़्ज़रें , मिलाये तो सही। #yqbaba #yqhindishayari #राज़ #नज़्ज़रें #infinity