हाय ये व्यथा कैसी? क्या छोड़ गए थे पूर्वज दुनिया ऐसी? जज्बातों का मोल नहीं अपनों का मोह नहीं प्रेम की छाया नहीं पतझड़ सी इंसानियत हरी भरी घूम रही हैवानियत श्रृंगार की जगह नहीं करुण सा भाव नहीं ईमान का मार्ग नहीं पाप-पुण्य में भेद नहीं बड़ो का सम्मान नहीं छोटों को आशिर्वाद नहीं हृदय में भगवान नहीं जीवन में उल्लास नहीं हाय ये व्यथा कैसी? क्या छोड़ गए थे पूर्वज दुनिया ऐसी? -diks'shruti' #twilight #nojotohindi #thoughts #writings #sad #duniya #vyatha innocent boy V.k.upadhyay