"दरों–दीवार पे हसरत की नज़र करते है तुम खुश रहो अहले–वतन हम तो सफर करते है" –@वाजिद अली शाह 💌 भारतीय क्रांतिकारियों द्वारा, इस नज़्म का संकलन जेल में बंद रहने के दौरान तथा उनके फांसी दिए जाने पर किया गया था। वाजिद अली शाह–ये संदेश अवध के आखरी नवाब की है। #yqbaba #yqdidi #yqhindi #kkकमली #कोराकाग़ज़ #नज़्म #क्रांतिकीलहर #बंदिशें