दुख,दर्द,जिम्मेदारियां,घर और परिवार, इनसे ही बंधे रहते हैं हर बार, करना चाहे कुछ भी मन का, लेकिन ना हो पाए मेरे यार, लेकिन यह भी सत्य है, इन सबसे से ही तो बसता,है प्यार, और इंसान की जिंदगी,इन्ही में हो जाती है पार, यही है जिंदगी का आत्म सार, ज़िन्दगी का सार #ज़िन्दगीकासार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi