कट रही है जिंदगी कभी गिनने में, कभी गिनाने में, मैं कहता हूँ ख़ुद से अक्सर क्या रक्खा है सब जताने में! रिश्ता बनाओ तो फिर निभाओ वरना नहीं ज़रूरत दिखावे की, मैं रिश्ता जीता हूँ, जब बनाता क्या रक्खा है बस आज़माने में! दोस्ती, दोस्त जिंदगी और साथ चतुर्भुज की जैसे भुजाएं चार, हर कोण का मान समान हो 'कुमार' क्या रक्खा है बीच में विकर्ण बनाने में! मेरी जिन्दगी में रिश्ते बनाने से ज्यादा उन्हें जीना जरूरी है पर आज लोग इसका मोल नहीं देते..! बहुत दुःख होता है इसका पर क्या करें..! चतुर्भुज - Quadrilateral कोण - Angle विकर्ण - Diagonal #kumaarsthought #kumaaronrelations #रिश्ते #निभाना