नाउम्मीदी में भी उम्मीद लगाए रखे है कुछ दोस्त ना दोस्त बल्कि साथी बने रखे है कुछ नाचीज नही मगर बेशकीमती बने रखे है कुछ दोस्त बनकर भी उम्मीद बनाए रखे है हमसफर कोई हमदर्द बनकर और कुछ वे भी दोस्त जो इंसान ना होकर भी दोस्त बने रखे है पहलू है मन में दोस्त कह दू या कहू साथी कोई हमदम जो हर वक्त रहता साथ और करता सहाय किसी ने दोस्त बनकर #दोस्तबनकर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #sudhasaxenaquotes #शायरी #दोस्त #नाउम्मीदी Collaborating with Sudha Saxena