कब तक रोते बिलख़ते रहेंगें, कब तक यूं ही हम चुप रहते रहेंगें, अपनी लड़ाई इंसान को स्वयं लड़नी होती हैं... आखिर कब तक अपने नसीब को कोसते रहेंगें। ©lamhon k ehsaas by Priyanka #KabTak #LifeQuotes #NojotoImagePrompt #AzadKalakaar #4LinePoetry