अनिश्चिताओं का दौर है ये, हर तरफ मचा कैसा शोर है ये, साँस मानो रूकती-रूकती सी आती है, इक लम्बी साँस और ज़िन्दगी थम जाती है| रोते-बिलखते लोग, अपनों को तड़पते लोग, बस मन कचोट रह जाते हैं, जाने वाले आखिर कहाँ जाते हैं! ख़ैर बात चाहे इस दौर की हो, या कभी ओर की हो, वक़्त संग दौर भी बदल जाता है, यही सत्य है, और सत्य विश्वास जगाता है| अनेकों दौर की तरह ये दौर भी निकल जाएगा, हाँ, अँधेरा घना है, उजाला मगर फिर आएगा, ज़िन्दगी आज जो थम सी जाती है, रफ़्तार पकड़ जीवन कल नया उमंग खिलायेगा|| एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से... #ज़िन्दगी #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #aprildiary #vineetvicky #encoreekkhwab #येदौर गुजरजाएगा