लो गुजर गई तारीख़-ए-पैदाइश ये भी, लो गुजर गई तारीख़-ए-पैदाइश ये भी, और फिर वही नामुमकिन सा ख़्वाब आया वो भूल गए या फिर तजाहुल बरती उन्होंने मौला जाने उन्हें ये कैसा रुबाब आया मुबारकें दी ज़माने भर ने....मुबारकें दी ज़माने भर ने.... पर इन्तजार था इस सालगिरह भी जिस शख़्स का ना तो मुबारक़बाद ना ही उनका कोई जवाब आया #gif लो गुजर गई तारीख़-ए-पैदाइश ये भी, लो गुजर गई तारीख़-ए-पैदाइश ये भी, और फिर वही नामुमकिन सा ख़्वाब आया वो भूल गए या फिर तजाहुल बरती उन्होंने मौला जाने उन्हें ये कैसा रुबाब आया मुबारकें दी ज़माने भर ने....मुबारकें दी ज़माने भर ने....