तयशुदा आपने आपदा में अधिकतर व्यावसायियों को ज्यादा माँग व कम सामग्री की स्थिति में दुगुनी-चौगुनी या मनमानी क़ीमत माँगते देखा होगा, मगर कभी किसी "किसान" को सामने वाले की मज़बूरी देखकर क़ीमत बढ़ाते नहीं देखा होगा, क्योंकि पसीना बहाकर "अन्न" उपजाने वाले किरसे गठरियों की बजाय आँख के "आँसू" की क़ीमत बेहतर समझते हैं। @Deepak Tiwari #farmers #किसान #lockdowndiary #mydiary #toughnotes #lifelessons #farmers