धोखा जिस महबूब को समझा अपना खासम खास जिसके लिए जागे मैंने कई रात आँखे भर जाती है जब भी आती है उसकी याद सोचता हूं कमबख्त क्यो कर दिया उसने मुझसे विश्वास घात दोस्त बता कर रहती थी उसके साथ मुझे भी तो था उसपर पूरा विश्वास पर उसने हर विश्वास पर किया आघात मैं पागल था जो तुम्हे चाहा इतना खुद ब्राह्मण होकर भी नहीं देखा तुम्हारी जात पर तुमने अपनी दिखा दी औकात मैं इस बात से अनभिज्ञ था कि तुम दे रही हो मुझे मात तुम्हारे करतूतों का उस दिन हो गया पर्दाफाश जब तुम्हें देखी मैंने गुजारते किसी और के बिस्तर पर रात जिसे खुद से ज्यादा चाहा उसी ने कर दिया मुझसे घात।। ©Kumar Pradeep #broken_heart #Broken💔Heart #धोखा_देगे_वे_भी_जो_मने #दगाबाज़ #धोखा