याद आया कोई मुझे, बचपन का साथी मेरा अपना। दुनिया की इस भीड़ में, उससे मिलना है इक सपना। ऐ काश कहीं कोई फरिश्ता, मुझको उससे मिला दे। बचपन के साथी से बाँट लूँ, सुख दुख मैं सारा अपना। 🌝प्रतियोगिता-80 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"याद आया कोई मुझे..."🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I