गौरव आपणी भासा रो,करां वतरो इ कम है, कठे बी परा जओ,हगरी भासा हिकी जओ, आपणी भासा ऊँ तो,मज़ो कम है (१) एक एक अक्कर इको,जाणे हिवड़ा सूं, निकल्यो थको लागे है,एक एक दाणों शक्कर को जाणे मिठास सूं,भरयो थको लागे है (२) ऊँची घणी भासा, बोलवा में मान सम्मान रो,घणो ध्यान है, आप लिखो बोलो के वांचो,सबरो बढ़े मान है (३) म्हारी भासा मेवाड़ी,ज्यूँ मेवाड़ री आन बान शान है आप परेशान वेवोगा मेहमाना सूं माका वाते तो आज भी भगवान है (४) #internationalmotherlanguageday #राजस्थानी_भासा_दिवस #YQRajasthani #CollabKakaSa #Collab #राजस्थानी_भासा_म्हारो_स्वाभिमान खम्मा घणी सा