ये वतन यूँ ही हमेशा आबाद रहना चाहिए चाहे कुछ भी हो हमें बस साथ रहना चाहिए अपने हिसाब से बदलना मौसमों का काम है पर ये गगन इस धरा के साथ रहना चाहिए गुरु हो प्रतिमा द्रोण की, शिष्य बने पार्थ से विद्यार्थियों के हाथ में पत्थर न होना चाहिए मतभेद तो मिल बैठकर सुलझा ही लेंगे हम पर तेरे मेरे हाथ में ये नश्तर न होना चाहिए ये मुल्क मेरी जान है तो तेरी भी पहचान है रहे तिरंगा गगन मेंये कभी न झुकना चाहिए ले तिरंगा चल रहे हैं कुछ जहर से भरे जहन मां भारती का गान कर ये फन कुचलना चाहिए यूँ लगेगी आग तो ये गुलशन न रह पाएगा अच्छे बुरे की सबको पहचान होना चाहिए जो देश का है ,बेशक रहे बेफिक्र मेरे देश में बोझ बेगाना मेरे वतन से पार होना चाहिए #येवतन