#OpenPoetry ये सबक़ सबक़ तेरी दास्ताँ .. ये वरक वरक तेरे तज्किरे तुझे अलग करूँ तो कैसे करूं .. मैं अपनी जिंदगी कि क़िताब से ...... #Love #ishq #muhabbat Pragati Maurya