बचपन और मिट्टी Ek Yaad Purani.. 🥰 होने को आया अस्ताचल चल आ अब तू भी आजा करूँ मैं तुम्हारे साथ इक पुरानी यादें ताजा धूमिल हो जाता था सारा बदन फिर भी ना जाने मन में रहता था कौन-सा उमंग नहीं पहुचते थे घर तब तक कि उस चांद की दूधिया रौशनी ना पहुंचे हम तक ©Innocent Soul #yaadein #BachpanAurMitti