जी तो चाहता है । जिस्म का हर कतरा लहू बहा दूं।। दरिंदों सालो का नाम मिटा दूं।। जिन सालो के कारण घर की बेटियां बहन नहीं आज सुरक्षित ।। ऐसे हरामियों को बीच चौराहे जला दूं। शूbham