"इन काली रातों में बस चुपके से सर अंधेरे में रखके बीती बातें याद कर आनेवाले दिन कि कशमकश से खुद को सताके रात का दुरुपयोग करने जैसा है।" ©Daksh Jadaun रात #poem #दक्षिण #Darknight